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Historical Places of Ajmer: Pushkar
तीर्थराज पुष्कर तीर्थराज पुष्कर अजमेर नगर के उत्तर पश्चिम में 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मार्ग में सुरम्य घाटी है जो ‘पुष्कर घाटी’ के नाम से विख्यात है। यह तीर्थ समुद्री तल से 530 मीटर की उंचाई पर स्थित है। भारत में ब्रह्मा का एकमात्र एवं प्राचीनतम मंदिर यदि कहीं है तो पुष्कर…
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Historical Places of Ajmer: Shrine of Moinuddin Chishti
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह ख्वाजा साहब और गरीब नवाज के नाम से विश्वविख्यात है। यह दरगाह एक धार्मिक स्थल है जहां मुस्लिमों के साथ—साथ अन्य सभी धर्मों के भी लोग अपनी हाजिरी देने जाते हैं। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेर के प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का जन्म 536…
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Lakes of Ajmer
अजमेर की झीलें आनासागर दो पहाड़ियों के बीच में पाल डालकर सम्राट पृथ्वीराज के पितामह राजा अरणोराज अथवा आनाजी द्वारा 1135 ई. में निर्मित यह कृत्रिम झील शहर के अनुपम सौन्दर्य में अभिवृद्धि करती है। सम्राट जहांगीर ने इस झील के किनारे शही बाग बनवाया जिसका नाम दौलतबाग रखा गया। सम्राट शाहजहां ने सन् 1627…
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Historical Places of Ajmer: Taragarh Fort
तारागढ़ का दुर्ग राजा अजयदेव द्वारा 2855 फुट उंची पहाड़ी पर निर्मित इस ऐतिहासिक दुर्ग ने न जाने कितनी लड़ाइयों और शासकों का उत्थान पतन देखा है। यह किला पहले अजयमेरू दुर्ग के नाम से प्रसिद्ध था। इसका विस्तार दो मील के घेरे में है और छोटे—बड़े…
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Historical Places of Ajmer: Adhai din ka Jhopda
अढ़ाई दिन का झोपड़ा अढ़ाई दिन का झोपड़ा मूलत: प्रथम चौहान सम्राट बीसलदेव द्वारा सन् 1153 में संस्कृत पाठशाला के लिए बनाया गया। बाद में शहाबुद्दीन गौरी ने इस विद्यालय को मस्जिद में परिवर्तित कर दिया। परिवर्तन का यह कार्य सुल्तान शमसुद्दीन अल्तमश के समय में हुआ। परिवर्तन…
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Ajmer: Geographical facts
अजमेर की भौगोलिक स्थिति (The geographical location of Ajmer) अजमेर जिला भारत के पश्चिम में स्थित राजस्थान राज्य के मध्य में 25 डिग्री 38′ से 26 डिग्री 50′ उत्तरी अक्षांशों एवं 73 डिग्री 54′ से 75 डिग्री 22′ पूर्वी देशान्तरों के मध्य स्थित है। इसका क्षेत्रफल 8481 वर्ग किलोमीटर है। अजमरे नगर जिस पठारी भाग पर स्थित…
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History of Ajmer
अजमेर का ऐतिहासिक परिदृश्य राजस्थान के मध्य में स्थित अजमेर को बारहवीं शताब्दी में चौहान राजाओं की राजधानी बनने का गौरव प्राप्त हुआ। राजा अजयपाल ने ईसा की सातवीं शताब्दी में इस नगर की स्थापना की। स्वतंत्रता के पश्चात अक्टूबर, 1956 तक अजमेर सी श्रेणी के राज्यों में से एक था। नवम्बर,…
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Minerals of Rajasthan and Minerals policy in hindi for RAS mains
Minerals of Rajasthan and Minerals policy राजस्थान की खनिज सम्पदा और खनिज नीति धात्विक और अधात्विक खनिज सम्पदा में राजस्थान संपन्न प्रदेश है। मूल्य के आधार पर राजस्थान देश का सबसे बड़ा खनिज उत्पादक प्रदेश है। राज्य में 3.3 मिलियन लोगों को खनिज क्षेत्र में रोजगार मिला हुआ है। भारत की सर्वाधिक खानें राजस्थान में हैं।…
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Agriculture in Rajasthan-राजस्थान में कृषि परिदृश्य
Agriculture in Rajasthanराजस्थान में कृषि परिदृश्य राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में कृषि क्षेत्र का योगदान 20 प्रतिशत है। सरसों, ग्वारगम, ईसबगोल, बीज, मसाले, ऊन तथा मेहंदी के उत्पादन में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है। चना, दूध तथा मोटे अनाजों के उत्पादन में राजस्थान देश में दूसरे स्थान पर है। आॅयलसीड, लहसुन, मसाले…
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Solved Questions in Hindi for RAS mains Exam Revolution of 1857 in Rajasthan
1857 की क्रांति से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न 1.राजस्थान में 1857 की क्रांति का सूत्रपात हुआ था: अ.29 मार्च 1857 ब.31 मई, 1857 स.28 मई, 1857 द.1 जुलाई, 1857 उत्तर:स.28 मई, 1857 2.1857 की क्रांति के समय राजस्थान में ए.जी.जी. के पद पर काम कर रहे…