Ajmer: Geographical facts


अजमेर की भौगोलिक स्थिति 

(The geographical location of Ajmer)

अजमेर जिला भारत के पश्चिम में स्थित राजस्थान राज्य के मध्य में 25 डिग्री 38′ से 26 डिग्री 50′ उत्तरी अक्षांशों एवं 73 डिग्री 54′ से 75 डिग्री 22′ पूर्वी देशान्तरों के मध्य स्थित है। इसका क्षेत्रफल 8481 वर्ग किलोमीटर है। अजमरे नगर​ जिस पठारी भाग प​र स्थित है वह भारत का सर्वोच्च मैदानी हिस्सा है। यह संसार की प्राचीनतक मोड़दार अरावली पर्वत श्रेणी के मध्य स्थित तारागढ़ पर्वत की तलहटी में बसा हुआ है जो समुद्र तट से 1300 फुट उंचा है। भौगोलिक स्थिति एवं स्वास्थ्यप्रद जलवायु के कारण अजमेर नगर सदैव पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र रहा है। चारों ओर से पहाड़ियों से घिरे होने के कारण यह सुरक्षा एवं सामरिक दृष्टि से सैनिक महत्व की दृष्टि से ऐतिहासिक तौर पर महत्वपूर्ण रहा है।

अजमेर का पर्वतीय क्षेत्र

अजमेर अरावली पर्वत श्रृंखलाओं की घाटी और तारागढ़ की तलहटी में बसा हुआ है। अरावली पर्वत श्रेणी अजमेर नगर के निकट प्रकट होती है और यहां यह पहाड़ियों के समानान्तर अनुक्रम में दिखाई पड़ती है। इसकी उच्चतम चोटी अजमेर नगर के निकट समुद्र तल से लगभग 870 मीटर उंची है,​ जिस पर तारागढ़ किला स्थित है। अजमेर नगर के पश्चिम में लगभग 5 किलोमीटर दूर नाग पहाड़ है।
अजमेर की नदियां
अजमेर नसीराबाद के मध्य स्थित अरावली पर्वत श्रेणी का भारत के जल विभाजक के रूप में विशिष्ट स्थान है। पर्वत श्रेणी के पूर्वी ओर का पानी चम्बल आदि नदियों द्वारा बंगाल की खाड़ी में पहुंचता है और पश्चिमी भाग का जल लूनी नदी के द्वरा अरब सागर में​ गिरता है। जिले से हाकर बहने वाली नदियां बनास, खारी, सागरमती, सरस्वती और रूपनगर गर्मी के मौसम में लगभग सूख जाती हैं परन्तु वर्षाकाल में प्रवाहमान हो जाती हैं।

अजमेर की झीलें व तालाब

अजमेर नगर के पास पुष्कर और बुढ़ा पुष्कर तथा ब्यावर नगर के पास सरगावं और करंतियां नामक प्राकृतिक झीलें हैं। इन झीलों के अतिरिक्त अजमेर में अनेक कृत्रिम जलाशय भी हैं। जिले के महत्वपूर्ण तालाबों में फायसागर, फूलसागर, आनासागर, बिसाला, रामसर, दिलवाड़ कालिंजर, जवाजा, मकरेड़ा आदि है।

अजमेर की जलवायु

अजमेर की जलवायु सामान्य है और यहां गर्मी में सामान्य गर्मी और सर्दियों में सामान्य सर्दी पड़ती है। यहां सामान्य वर्षा 48.5 सेमी अंकित की गई है। यहां अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास और न्यूनतक तापमान 3 डिग्री सेंटीग्रेड के आसपास तक चला जाता है।

अजमेर की खनिज सम्पदा

अजमेर अनेक अधातु खनिजों का भंडार है। जिले में एस्बेस्टोस के भंडार अजमेर तहसील के कंवलाई और अर्जुनपुरा, ब्यावर तहसील के नई खुर्द तथा सरवाड़ तहसील के कोटरा में मिलता है। बेरिल लोहागढ़ और मकरेडा के निकट पेगमेटाइट के रूप में पाया जाता है। बहुमूल्य पन्ना राजगढ़ और बुबानी माहमी खानों में उपलब्ध है। फेल्सपार पेगमेटाइट के रूप में केकड़ी तहसील के केडिया, ब्यावर तहसील के बाबरगढ़ और तारागढ़ की पहाड़ियों में, राजगढ़ के निकट जीवन खानों और अजमेर के निकट मकरेड़ा व लोहागढ़ में मिलता है। इसका उपयोग चायना क्ले के पात्र व कांच उद्योग में होता है। तामडा सरवाड़ के निकट स्तरित अभ्रक में पाया जाता है। इसका उपयोग ज्यादातर अपघर्षक के रूप में और आंशिक रूप से रत्न की तरह किया जाता है। इनके अलावा अजमेर जिले में अ​भ्रक, वर्मीक्यूलाईट, केल्साइट, कायनाइट, लाईमस्टोन, सोपस्टोन और इमारती पत्थर का उत्खनन भी किया जाता है। सीसा, जस्ता तथा तांबा लोहा खाना केकड़ी तहसील के तारागढ़ व सरवाड़ में उपलब्ध हैं।

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