-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-14
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-14) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश राठौड़ वंश भाग—1 राजस्थान के उत्तरी और पश्चिमी भागों में राठौड़ राज्य स्थापित थे। इनमें जोधपुर और बीकानेर के राठौड़ राजपूत प्रसिद्ध रहे हैं। जोधपुर राज्य का मूल पुरुष राव सीहा थे, जिसने मारवाड़ के एक छोटे भाग पर शासन किया। राठौड़ शासक राव…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-13
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-13) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश कछवाहा वंश भाग—2 सवाई जयसिंह द्वितीय (1700-1743) कछवाहा शासकों में सवाई जयसिंह द्वितीय (1700-1743) का अद्वितीय स्थान है। वह राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ, खगोलविद्, विद्वान एवं साहित्यकार तथा कला का पारखी था। वह मालवा का मुगल सूबेदार रहा था। जयसिंह ने मुगल प्रतिनिधि के रूप में…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-12
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-12) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश कछवाहा वंश भाग—1 कछवाहा वंश के प्रारम्भिक शासकों में दुल्हैराय व पृथ्वीराज बडे़ प्रभावशाली थे जिन्होंने दौसा, रामगढ़, खोह, झोटवाड़ा, गेटोर तथा आमेर को अपने राज्य में सम्मिलित किया था। पृथ्वीराज, राणा सांगा का सामन्त होने के नाते खानवा के युद्ध (1527) में बाबर…
-
Rivers of Rajasthan Part – 1
राजस्थान की नदियां प्रमुख तथ्य चम्बल चम्बल नदी का प्राचीन नाम चर्मावती भी है। राजस्थान में इसे कामधेनु भी कहा जाता है। यह यमुना नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है। चम्बल मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में महू के पास विंध्य पर्वतमाला में जनापाव की पहाड़ियों से निकलती है। यह नदी…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-11
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-11) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश गुहिल-सिसोदिया वंश महाराणा प्रताप (1540—1597) उदयसिहं के पुत्र महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 को कटारगढ़ (कुंभलगढ़) में हुआ था। प्रताप ने मेवाड़ के सिंहासन पर केवल पच्चीस वर्षो तक शासन किया। प्रताप को पहाड़ी भाग में ‘कीका’ कहा जाता था, जो…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-10
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-10) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश गुहिल-सिसोदिया वंश महाराणा उदयसिंह (1537 -1572) महाराणा उदयसिंह (1537 -1572) ने 1559 में उदयपुर की स्थापना की थी। उसके समय 1567-68 में अकबर ने चित्तौड़ पर आक्रमण किया था परन्तु कहा जाता है कि अपने मन्त्रियों की सलाह पर उदयसिंह चित्तौड़ की रक्षा…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-9
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-9) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश गुहिल-सिसोदिया वंश राणा सांगा (1509-1528) मेवाड़ के वीरों में राणा सांगा (1509-1528) का अद्वितीय स्थान है। सांगा ने गागरोन के युद्ध में मालवा के महमूद खिलजी द्वितीय और खातौली के युद्ध में दिल्ली के सुल्तान इब्राहीम लोदी को पराजित कर अपनी सैनिक योग्यता…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-8
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-8) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश गुहिल-सिसोदिया वंश राणा कुंभा (1433 -1468) मोकल के पुत्र राणा कुंभा (1433 -1468) का काल मेवाड़ में राजनीतिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक उन्नति के लिए जाना जाता है। कुंभा को अभिनवभरताचार्य, हिन्दू सुरताण, चापगुरु, दानगुरु आदि विरुदों से संबोधित किया जाता था। राणा कुंभा…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-7
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-7) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश गुहिल-सिसोदिया वंश चौहानों की केन्द्रीय शक्ति के हृास के बाद राजपुताने में गुहिल—सिसोदिया वंश का उद्भव हुआ। गुहिल वंश में इस समय जैत्रसिंह का शासन था। मेवाड़ के गुहिल शासक रत्नसिंह (1302-03) के समय चित्तौड़ पर दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने आक्रमण किया…
-
History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-6
राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-6) पूर्व मध्यकाल में विभिन्न राजपूत राजवंशों का उदय प्रारम्भिक राजपूत कुलों में जिन्होंने राजस्थान में अपने-अपने राज्य स्थापित किये थे, उनमें मेवाड़ के गुहिल,मारवाड़ के गुर्जर प्रतिहार और राठौड़, सांभर के चौहान तथा आबू के परमार, आम्बेर के कछवाहा, जैसलमेर के भाटी आदि प्रमुख थे। मेवाड़ के गुहिल…