History of Rajasthan

Rajasthan gk-social reforms in rajasthan (sati pratha)

राजस्थान में समाज सुधार आंदोलन – सती प्रथा उन्मूलन  सती प्रथा भारत के अन्य क्षेत्रों के साथ राजपूताना में भी प्रचलित थी। मध्यकाल में मुहम्मद बिन तुगलक और अकबर ने भी इस प्रथा को रोकने का प्रयास किया।  ब्रिटिश काल में सामाजिक और सरकारी दोनों दृष्टि से सती प्रथा को रोकने के प्रयत्न हुये हैं […]

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Rajasthan gk: freedom fight Bharatpur

स्वाधीनता संग्राम और भरतपुर भरतपुर में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के दौरान ही देशभक्ति की भावनाएं अपनी जड़े जमाने लग गई थी। गदर के दौरान भरतपुर के महाराजा जसवंत सिंह के नाबालिक होने के कारण राज्य का शासन अंग्रेज पोलिटिकल एजेंट के हाथ में था। भरतपुर राज्य के सेना तात्या टोपे का मुकाबला करने के

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Rajasthan Gk: History of Bharatpur

भरतपुर जिले का इतिहास (History of Bharatpur) ऐतिहासिक दृष्टि से भरतपुर जिले का अतीत अनगिनत संघर्षों तथा साहस और पराक्रम की गाथाओं से परिपूर्ण रहा है। इस अंचल के लोग स्वभाव से ही बलिष्ठ और साहसी प्रकृति के होते हैं जिनमें स्वाभिमान की भावना कूट—कूट कर भरी होती है। भरतपुर राज्य का उदय औरंगजेब की

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-17

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-17) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश चौहान वंश भाग—1 बारहवीं शताब्दी के अन्तिम चरण में शाकम्भरी के चौहान शासक पृथ्वीराज चौहान तृतीय ने अपनी विजयों से उत्तरी भारत की राजनीति में एक विशिष्ट स्थान प्राप्त कर लिया था। उसने चन्देल शासक परमार्दीदेव के देशभक्त सेनानी आल्हा और ऊदल को

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-16

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-16) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश राठौड़ वंश भाग—3 जोधपुर के रावजोधा के पुत्र राव बीका ने 1488 में बीकानेर बसाकर उसे राठौड़ सत्ता का दूसरा केन्द्र बनाया। बीका के पुत्र राव लूणकर्ण को इतिहास में ‘कलयुग का कर्ण’ कहा गया है। बीकानेर के जैतसी का बाबर के पुत्र कामरान

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-15

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-15) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश राठौड़ वंश भाग—2 चन्द्रसेन की मृत्यु के बाद अकबर ने चन्द्रसेन के बडे़ भाई मोटा राजा उदयसिंह को 1583 में मारवाड़ का राज्य सौंप दिया। इस प्रकार उदयसिंह मारवाड़ के प्रथम शासक थे। उदयसिंह ने 1587 में अपनी पुत्री मानबाई (जोधपुर की राजकुमारी होने

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-14

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-14) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश राठौड़ वंश भाग—1 राजस्थान के उत्तरी और पश्चिमी भागों में राठौड़ राज्य स्थापित थे। इनमें जोधपुर और बीकानेर के राठौड़ राजपूत प्रसिद्ध रहे हैं। जोधपुर राज्य का मूल पुरुष राव सीहा थे, जिसने मारवाड़ के एक छोटे भाग पर शासन किया। राठौड़ शासक राव

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-13

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-13) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश कछवाहा वंश भाग—2 सवाई जयसिंह द्वितीय (1700-1743) कछवाहा शासकों में सवाई जयसिंह द्वितीय (1700-1743) का अद्वितीय स्थान है। वह राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ, खगोलविद्, विद्वान एवं साहित्यकार तथा कला का पारखी था। वह मालवा का मुगल सूबेदार रहा था। जयसिंह ने मुगल प्रतिनिधि के रूप में

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-12

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-12) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश कछवाहा वंश भाग—1 कछवाहा वंश के प्रारम्भिक शासकों में दुल्हैराय व पृथ्वीराज बडे़ प्रभावशाली थे जिन्होंने दौसा, रामगढ़, खोह, झोटवाड़ा, गेटोर तथा आमेर को अपने राज्य में सम्मिलित किया था।  पृथ्वीराज, राणा सांगा का सामन्त होने के नाते खानवा के युद्ध (1527) में बाबर

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History of Rajasthan (Important facts for RPSC exams) Part-11

राजस्थान के इतिहास के परीक्षापयोगी बिन्दु (भाग-11) राजस्थान के प्रमुख राजपूत वंश गुहिल-सिसोदिया वंश महाराणा प्रताप (1540—1597) उदयसिहं के पुत्र महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 को कटारगढ़ (कुंभलगढ़) में हुआ था। प्रताप ने मेवाड़ के सिंहासन पर केवल पच्चीस वर्षो तक शासन किया। प्रताप को पहाड़ी भाग में ‘कीका’ कहा जाता था, जो

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