History of Rajasthan

Rajasthan gk in hindi- forts of rajasthan (architecture of rajasthan part-3)

राजस्‍थान का स्‍थापत्‍य भाग-3राजस्थान के प्रमुख दुर्ग अचलगढ़ ➤ 900 ई0 में इस दुर्ग का निर्माण परमार राजाओं ने करवाया था। अलवर दुर्ग ➤ इसे बाला किला के नाम से भी जानते हैं। ➤ 300 मीटर ऊँचा तथा 5 कि.मी. के आकार से घिरा यह दुर्ग निकुंभ क्षत्रियों द्वारा निर्मित है। ➤ हसन खां मेवाती […]

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Rajasthan gk in hindi-architecture of rajasthan part-2

राजस्थान का स्थापत्य—2 राजस्थान का दुर्ग स्थापत्य ➤ राजस्थान के राजा, महाराजा, सामंत व ठिकानेदारों ने राज्य की तथा स्वंय की रक्षा हेतु बडी़ संख्या में दुर्गों का निर्माण किया। ➤ शुक्र नीति में नौ प्रकार के दुर्गों का उल्लेख है। ➤  कौटिल्य ने अर्थशास्त्र में दुर्गों की चार श्रेणियां निर्धारित की है:- 1. औदृक

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Rajasthan gk in hindi-architecture of rajasthan part-1

राजस्थान का स्थापत्य—1 ➤ कालीबंगा, आहड़, गिलूण्ड, बैराठ, नोह, नगरी आदि राजस्थान के ऐसे पुरातात्विक स्थल हैं, जहाँ आवासों का पहले पहल निर्माण हुआ। ➤ स्थापत्य एवं रक्षा की दृष्टि से राजस्थान के ऐतिहासिक भवन, जिनका निर्माण पूर्व-मध्यकाल में हुआ, बेजोड़ थे। ➤ राजपूत संस्कृति के अभ्युदय के कारण वीरता एवं रक्षा के प्रतीक किलों

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Rajasthan gk in hindi-literature of rajasthan part-3

राजस्थान का साहित्य भाग—3 ➤ विधा की दृष्टि से राजस्थानी साहित्य को दो भागों में बाँटा जा सकता है- ➤ (1) पद्य साहित्य (2) गद्य साहित्य। ➤ पद्य साहित्य में दूहा, सोरठा, गीत, कुण्डलियाँ, छंद छप्पय आदि आते हैं। ➤ गद्य साहित्य के अन्तर्गत वात, वचनिका, ख्यात दवावैत, वंशावली, पटृावली, पीढ़ियावली, दफ्तर, विगत एवं हकीकत

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Rajasthan gk in hindi-literature of rajasthan part-2

राजस्थान का साहित्य भाग—2 चारण साहित्य: ➤ राजस्थानी भाषा का सबसे समृद्व साहित्य है। ➤ चारण कवियों ने इसका लेखन किया है। यह साहित्य वीर रस से ओत -प्रोत है। ➤ यह साहित्य प्रबन्ध काव्यों, गीतों, दोहों, सौरठों, कुण्डलियोें, छप्पयों, सवैयों आदि छन्दों में उपलब्ध है। ➤ चारणसाहित्य में अचलदास खींची री वचनिका, पृथ्वीराज रासो,

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Rajasthan gk in hindi-literature of rajasthan part-1

राजस्थान का साहित्य भाग—1 राजस्थान में साहित्य संस्कृत तथा प्राकृतभाषा में लिखा जान पड़ता है। पूर्व मध्ययुग (700-1000 ई.) में अपभ्रंश भाषा के विकास के कारण इसमें भी साहित्य लिखा गया। कुछ विद्वान मानते हैं कि प्राकृत भाषा से डिगंल तथा डिंगल से गुजराती और मारवाडी़ भाषाओं का विकास हुआ। संस्कृत से पिंगल तथा इससे

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rajasthan gk notes in english: natural division of Rajasthan

Natural Divisions Physiographically Rajasthan can be divided into four main divisions. Each one of them is further divided into two sub-divisions as follows : 1. Western Sandy Plains : (a) Sandy Arid Plains (Marusthali) (b) Semi-Arid Transitional Plains (Rajasthan Hagar) 2. Aravali Range and Hilly Region : (a) Aravali Range and Bhorat Plateau (b) North-estern

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rajasthan gk notes in english: origin, location and topography

Rajasthan: Origin of the name  The State of Rajasthan, before its formation consisted of 19 princely States, the centrally administered territory of Ajmer-Merwara and two chiefships. The entire territory was then known as Rajputana. After integration, the territory came to be known as Rajasthan.  Location of Rajasthan It extends from 23° 03′ 30′ to 30°

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Rajasthan gk in hindi-social reforms in rajasthan part-2

राजस्थान में सामाजिक सुधार का इतिहास देश हितेषिणी सभा कवि श्यामलदास ने वीर विनोद में 2 जुलाई 1877 में उदयपुर में स्थापित देश हितेषिणी सभा का उल्लेख किया है। वह स्वयं इस संस्था के सदस्य थे।  यह मेवाड़ रियासत तक ही सीमित थी, इस सभा का उद्देश्य विवाह सम्बन्धित कठिनाइयों का समाधान करना था, इसमें

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Rajasthan gk in hindi-social reforms in rajasthan

राजस्थान में समाज सुधार आंदोलन कन्या वध 19वीं सदी का राजपूताना यदा-कदा कन्या वध की कुप्रथा से अभिशप्त था। कर्नल जेम्स टॉड ने दहेज प्रथा को इसका एक प्रमुख कारण माना। दहेज और कन्या वध दोनों समाज के नासूर थे और एक दूसरे से जुड़े हुए थे।  कन्या वध उन्मुलन के प्रयास: कन्या वध को

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