Weekly Top Topic: Corona Vaccine Development Stages

Weekly Top Topic: Corona Vaccine Development Stages

 कोविड महामारी वैक्सीन और विकास के चरण

पूरी दुनिया के रिसर्चर सार्स कोविड 2 के वैक्सीन के लिए काम कर रहे हैं। सबको उस वैक्सीन का इंतजार है जिसकी मदद से दुनिया को इस महामारी से मुक्ति मिलेगी। फिलहाल रूस की स्पूतनिक-वी वैक्सीन के अलावा किसी देश ने अभी तक कोई वैक्सीन अप्रुव्ड नहीं किया है।

वैक्सीन विकास के चरण

किसी भी बीमारी के वैक्सीन की पहुंच आम आदमी तक सुनिश्चित करने से पहले उसे कड़े टेस्ट से गुजरना पड़ता है ताकि उसके दुष्प्रभावों और बीमारी पर उसके प्रभावी नियंत्रण का पता लगाया जा सके। आमतौर पर किसी वैक्सीन को जनसमूह तक पहुंचने में पंाच चरणों से गुजरना होता है।

1.प्रीक्लीनिकल ट्रायलः इस फेज में वैज्ञानिक नये वैक्सीन का ट्रायल सेल्स पर करते हैं और इसके बाद इसे बंदरो और चूहों पर प्रयोग किया जाता है। इसमें यह परखा जाता है कि वैक्सीन की मदद से शरीर में बीमारी से लड़ने वाले एंटीबाॅडिज पैदा हो रहे है या नहीं।

2.फेज 1 सेफ्टी ट्रायलः प्रीक्लीनिकल ट्रायल में जब यह तय हो जाता है कि वैक्सीन एंटीबाॅडिज बना रही है तो इसे कुछ व्यक्तियों को लगाया जाता है। यह संख्या बहुत सीमित होती है।

3.फेज 2 ट्रायलः अगर फेज 1 में कोइ दुष्प्रभाव सामने नहीं आता है तो वैक्सीन को सैकड़ों लोगों को जिनम हर उम्र और लिंग के लोगों को शामिल किया जाता है, प्रयोग में लाया जाता है।

4.फेज  3 ट्रायलः अगर फेज 2 में प्राप्त डाटा सकारात्मक परिणाम देता है तो इसे हजारों लोगों पर प्रयोग किया जाता है। इस फेज में प्लेसिबो भी दिया जाता है और यह देखा जाता है कि कितने वाॅलेन्टियर्स को संक्रमण का सामना करना पड़ रहा है। 

5.अप्रुवल आफ वैक्सीनः इसके बाद देश की एजेंसी द्वारा किये गये परीक्षणों के डाटा देखा जाता है। इसके बाद ही यह निर्धारित किया जाता है कि वैक्सीन का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया जाए या नहीं। एक बार अप्रूवल मिल जाने पर इसका प्रयोग होना शुरू हो जाता है और रिसर्चर्स इस बात का आंकलन करते है कि इसका कोई दूरगामी प्रभाव तो नहीं है।

विकसित हो रहे विभिन्न कोरोना वैक्सीनः

पूरी दुनिया में इस समय कोरोना महमारी के लिये 46 से ज्यादा वैक्सीन पर काम हो रहा है। इनमें से प्रमुख हैं-

Corona Vaccine Latest Update India

कौनसी परीक्षाओं में है उपयोगी: 

सिविल सेवा परीक्षा- IAS Pre (4 अक्टूबर), सीडीएस परीक्षा CDS exam (8 नवम्बर), एनडीए NDA Exam (6 सितम्बर), सीएपीएफ CAPF Exam (20 दिसम्बर), एएससी सीजीएल टीयर-2 SSC CGL Tier-2, एसएससी सीएचएसएल SSC CHSL, एसएससी एसआई SSC ASI और ट्रांसलेटर परीक्षा, यूजीसी नेट UGC NET 


**सभी तिथियां संभावित है और इनमें बदलाव हो सकता है।

करेंट अफेयर्स सामान्य ज्ञान:

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