कोरोना महामारी से सम्बन्धित सामान्य ज्ञान एवं शब्दावली
हम कोरोनावायरस पर सामान्य ज्ञान की एक श्रृंखला शुरू कर रहे हैं, जिसमें हम क्रम से कोरोना वायरस की बेसिक जानकारी से लेकर इससे सम्बन्धित रिसर्च और दवाओं तथा सम्बन्धित शब्दावली की जानकारी दे रहे हैं। जिस तरह से इस बीमारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है, आने वाली परीक्षाओं में इस बीमारी से सम्बन्धित तथ्य निश्चित रूप से पूछे जाने वाले हैं। हमारा प्रयास है कि हम आपको इससे सम्बन्धित परीक्षा उपयोगी सामान्य अध्ययन आसान भाषा में उपलब्ध करवा रहे हैं, इस श्रृंखला की कड़ी में पहली पोस्ट:
– कुलदीप सिंह चौहान
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कोरोनोवायरस क्या है?
कोरोनावायरस वायरस के एक बड़े परिवार का सदस्य है जो जानवरों या मनुष्यों में बीमारी का कारण हो सकता है। मनुष्यों में कई कोरोनावायरस को सामान्य सर्दी से लेकर अधिक गंभीर बीमारियों जैसे मिडिल ईस्ट रेस्पेरेटरी सिंड्रोम (MERS) और सिवियर एक्यूट रेस्पेटोरी सिंड्रोम (SARS) को श्वसन संक्रमण का कारण माना जाता है। हाल ही में खोजे गए कोरोना वायरस के कारण COVID-19 रोग होता है। COVID-19 के लिए जिम्मेदार वायरस का नाम SARS COV-2 है। सार्स-सीओवी 2 विषाणु एक RNA Virus है। यानी इसके पास प्रोटीन-खोल में आरएनए है, डीएनए नहीं।
COVID-19 क्या है?
COVID-19 संक्रामक रोग है जो हाल ही में खोजे गए कोरोनावायरस के कारण होता है। यह नया वायरस और बीमारी दिसंबर 2019 में चीन के वुहान में फैलने से पहले अज्ञात था। COVID-19 अब वैश्विक स्तर पर कई देशों को प्रभावित करने वाली महामारी है।
कोविड—19 क्यों रखा गया है, इस वायरस का नाम?
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन से हाल ही में फैले कोरोना वायरस का अधिकारिक नाम कोविड-19 रखा है। अब तक वायरस को उनके पहले पाये जाने वाले स्थानों जैसे इबोला, जीका और निपाह जैसे नाम दिये जाते थे। इससे उस जगह की प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही थी, इस बात को ध्यान में रखते हुये इस बार डब्ल्यूएचओ ने अपनी 2015 की गाइडलाइन को ध्यान में रखकर इस वायरस को न्यूट्रल नाम दिया है। कोविड में CO का मतलब कोरोना VI से वायरस D से डिजिज होता है।
MERS होता है?
MERS यानी मिडिल ईस्ट रेस्पोरेटरी सिन्ड्रोम कोरोनावायरस दरअसल नोवोल कोरोनावायरस का ही एक और स्ट्रेन है, जिसका पहला संक्रमण 2012 में सउदी अरब में पाया गया था। इस संक्रमण की वजह से चपेट में आने वाले 37 प्रतिशत लोगों की मृत्यु हो गई थी।
SARS होता है?
SARS यानी सिवियर एक्यूट रेस्पोरटरी सिन्ड्रोम भी कोरानावायरस का ही एक प्रकार है, जिसकी वजह से श्वसन प्रणाली प्रभावित होती है। इस वायरस का पहला मामला चीन के गुआंगडोन में मिला था। 2003 में इससे 26 देशों के 8 हजार लोग प्रभावित हुए थे।
कोरोनावायरस कितने कुलो में बांटा गया है?
कोरोनावायरस जिसे कोरोनाविरिडाए कुल कहते है कुल चार वर्गों अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा कोरोनावायरस में वर्गीकृत किया गया है। कोविड—19 और सार्स दोनो ही बीटा कोरोनावायरस श्रेणी में आते हैं। एल्फा और बीटा कोरोनावायरस चमगादड़ो में और गामा तथा डेल्टा कोरोनावायरस पक्षियों और सुआरों से मानवों में फैलता है।
आरएनए वायरस होता है?
ऐसे वायरस के आनुवांशिक जीनोम का निर्माण आरएनए नाभिकीय अम्ल के एक रेशे के तौर पर होता है, आरएनएन वायरस कहलाता है। कुछ आरएनए वायरस में दो रेशे भी होते हैं। इबोला, सार्स, रेबीज़, ज़ुकाम, इनफ़्लुएंज़ा, हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस ई, पोलियो, खसरा और वूहान कोरोनावायरस आरएनए श्रेणी के वायरस हैं।
वायरस क्या होता है?
वायरस सजीव और निर्जीव के बीच की कड़ी है क्योंकि इसमें सजीव और निर्जीव दोनों के गुण् पाये जाते हैं. ये प्रकृति में निर्जीव की तरह रहते हैं लेकिन जब किसी सजीव के शरीर में प्रवेश करते हैं तो सजीव की तरह व्यवहार करते हैं. एचआईवी, कोरोना, पोलियो, रेबीज, छोटी माता, खसरा आदि वायरस से जनित रोग है.
बैक्टीरिया या जीवाणु क्या होते हैं?
ये प्रोकैरियोटिक जीव होते हैं, प्रोकैरियोटिक ऐसे एक कोशिकीय जीव होते हैं जिसमें कोशिका के चारो ओर केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है. जैसे ई कोलाई, लेक्टोबेसिलस इसके उदाहरण है. टीबी, हैजा, टायफाइड और कुष्ठ जैसी बीमारियां जीवाणुओं से ही होती है।
कोविड—19 की पुष्टि किस टेस्ट से होती है?
कोविड—19 की पुष्टि के लिये मरीज की नाक और गले से लिये गये स्वाब का RTPCR Test किया जाता है। इस टेस्ट में पाॅलीमराइज चेन रिएक्शन तकनीक का प्रयोग वायरस संक्रमण जांच के लिये होता है। इस वर्ग के सभी वायरसों की जांच भी इसी तकनीक से होती है। इस तकनीक का आविष्कार केरी मुलिस ने किया था जिसके लिये उन्हें 1993 में नोबेल मिला।
इस बीमारी से ग्रसित होने के बाद इलाज के लिये प्रयुक्त होने वाली तकनीकों, वैक्सीनेशन और सम्बन्धित मेडिकल टर्मनोलॉजी को हम दूसरे हिस्से में प्रकाशित करेंगे।
काम के नोट्स: