राजस्थान में दुर्ग स्थापत्य भाग—2
क्र.
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दुर्ग
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निर्माता
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विशेषता
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1.
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माण्डलगढ़
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पृथ्वीराज चौहान
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➤ गिरी दुर्ग
➤ माण्डलगढ़, भीलवाड़ा कस्बे में बनास, मेनाल नदियों के संगम पर स्थित
➤ कटार जैसी आकृति
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2.
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शेरगढ़/ कोषवर्धन
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➤ बारां जिले में परमन नदी पर स्थित
➤ राजकोष में निरन्तर वृद्धि करने के कारण नाम कोषवर्द्धन पड़ा
➤ शेरशाह सूरी ने इसका नाम परिवर्तित करके शेरगढ़ रखा
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3.
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कुचामन का किला
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जालीम सिंह
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➤ नागौर जिले की नावां तहसील में स्थित
➤ मेडतिया शासकों का प्रमुख ठिकाना
➤ सोने के बारीक काम के लिए सुनहरी बुर्ज प्रसिद्ध
➤ जागीरी किलों का सिरमौर कहा जाता है
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4.
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अचलगढ़ का किला
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परमार
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➤ सिरोही जिले के माउण्ट आबू में स्थित
➤ 1542 में महाराणा कुम्भा द्वारा पुनर्उद्धार
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5.
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अकबर का किला
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अकबर (1570)
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➤ अजमेर के मध्य में स्थित
मैग्जीन का किला तथा अकबर का दौलतखाना भी कहते है
➤ टॉमस रो ने जहांगीर को यहीं पर अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया था।
➤ ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के सम्मान में करवाया
➤ 1576 में महाराजा प्रताप के विरुद्ध हल्दीघाटी युद्ध की योजना को अन्तिम रूप इसी किले में दिया गया
➤ 1801 में अंग्रेजों ने इसे अपना शस्त्रागार (मैग्जीन) बना लिया
वर्तमान में यहाँ राजकीय संग्रहालय स्थित
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6.
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नागौर का किला
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➤ नाग दुर्ग व अहिछत्रपुर भी कहा गया है
➤ धान्वन दुर्ग
➤ अमर सिंह राठौड़ का शासन रहा
➤ महाराजा बख्तर सिंह ने इसका पुनर्उद्धार करवाया
➤ हाडी रानी का मोती महल, अमर सिंह का बादल महल व आभा महल तथा अकबर का शीश महल प्रसिद्ध
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7.
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बीकानेर/ जूनागढ़
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महाराजा बीका सिंह
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➤ धान्वन श्रेणी का दुर्ग
➤ राती घाटी का किला भी कहा जाता है
➤ महाराज राय सिंह द्वारा पुनर्उद्धार
➤ जयमल तथा पत्ता की गजारूढ़ मूर्तियां
➤ फ्रांसिसी यात्री बरनियर ने दुर्ग का वर्णन किया है
➤ अनूपगढ़, लालगढ़, गंगा निवास, रंगमहल, चन्द्रमहल रायसिंह का चौबारा, हरमंदिर प्रसिद्ध
महाराजा डूंगरसिंह ने घण्टाघर बनवाया
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8.
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भैंसरोड़गढ़
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भैसा शाह तथा रोठा
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➤ चित्तौड़गढ़ के भैसरोडगढ़ स्थित
जल दुर्ग
➤ चम्बल व वामनी नदियों के संगम पर स्थित
➤ इसे राजस्थान का वेल्लोर भी कहा जाता है
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9.
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दौसा दुर्ग
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गुर्जर प्रतिहार
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➤ आकृति सूप के समान
➤ देवगिरी पहाड़ी पर स्थित
➤ कार्लाइल के अनुसार प्राचीन दुर्ग
➤ हाथीपोल, मोरीपोल,राजा जी का कुंश, नीलकण्ठ महादेव बैजनाथ महादेव, चौदह राजाओं की साल,सूरजमल पृतेश्वर (भौमिया जी का मंदिर) प्रसिद्ध
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10.
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भटनेर दुर्ग
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राजा भूपत
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➤ घग्घर नदी के तट पर स्थित
उत्तरी सीमा का प्रहरी भी कहा जाता है
➤ धान्वन दुर्ग
➤ 1001 ई. में महमूद गजनी ने इस पर अपना अधिकार किया
➤ 1398 ई. में रावदूत चन्द्र के समय तैमूर ने इस पर आक्रमण किया
➤ 1805 ई. में बीकानेर के शासक सूरजसिंह ने इसे जीता इसका नाम हनुमानगढ़ रखा
➤ शेरखान की क्रब इस किले में स्थित
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11.
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अलवर दुर्ग
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रघुराय (1106 ई.)
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➤ बाला दुर्ग और रावण देहरा के नाम से भी जाना जाता है
➤ राजा सूरजमल ने यहाँ सूरजकुण्ड बनवाया
➤ सलीम शाह ने सलीम सागर बनवाया
➤ प्रतापसिंह ने सीताराम जी का मन्दिर बनवाया
➤ अन्धेरी दरवाजा प्रसिद्ध
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12.
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बयाना/
विजय मन्दिर गढ़
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विजयपाल (1040ई.)
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➤ शोतिणपुर का किला तथा बादशाह किला भी कहलाता है
➤ त्रिभुवन पाल ने इसके पाल ही तवनगढ़ किले का निर्माण करवाया
➤ लाल पत्थरों से बनी भीमलाट, रानी चित्रलेखा द्वारा निर्मित उषा मन्दिर, अकबरी छतरी, लोदी मीनार,जहांगिरी दरवाजा प्रसिद्ध
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