geography notes rajasthan in hindi

राजस्थान का भूगोल भाग—2
➤ राजस्थान की आकृति विषमकोणीय चतुर्भुजाकार की है. राजस्थान करे सबसे पहले टी.एच. हेण्डले ने विषमकोणीय चतुर्भुजाकार बताया था.
➤ क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है, इसका कुल क्षेत्रफल 3.4 लाख वर्ग किलोमीटर है जो भारत के कुल क्षेत्रफल का 10.43 प्रतिशत है.
➤ क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान जर्मनी के बराबर, जापान से थोड़ा बड़ा और ग्रेट ब्रिटेन से डेढ़ गुना, श्रीलंका से पांच गुना और इजरायल से 17 गुना से भी ज्यादा बड़ा है.
➤ कर्क रेखा इसके दक्षिणी छोर पर बांसवाड़ा के पास से गुजरती है. ➤ इसके उत्तर में पंजाब, उत्तर-पूर्व में हरियाणा, पूर्व में उत्तर प्रदेश, दक्षिण-पूर्व में मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम में गुजरात स्थित है.
➤ राजस्थान और पाकिस्तान के बीच 1070 किलोमीटर अंतराष्ट्रीय सीमा लगती है जो रेडक्लिफ रेखा के नाम से जानी जाती है.
➤ राजस्थान में गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर सीमावर्ती जिले हैं.

➤ राजस्थान का अधिकांश पश्चिमी एवं उत्तरी-पश्चिमी हिस्सा टेथीज महासागर का भाग है.

➤ खारे टेथीज महासागर का प्रमाण राजस्थान में सांभर, डीडवाना, पचपदरा और लूणकरणसर जैसी खारी झीलों के माध्यम से मिलता है.
➤ इसी तरह राजस्थान दुनिया की प्राचीनतम पर्वतमाला अरावली और इसका दक्षिणी भू-भाग पठारी भाग गौंडवानालैण्ड का हिस्सा है.


क्या है गोंडवानालैण्ड?
भूगोलशास्त्री मानते हैं कि पृथ्वी पर पहले एक ही महाद्वीप पैन्जिया हुआ करता था जो कालान्तर में टूट कर सात भागों में बंट गया. इस पैन्जिया के उत्तरी भाग को लाॅरेशिया नाम दिया गया और दक्षिणी भाग को गोण्डवाना कहा गया है. गोंडवाना का नामकरण भारत में बहने वाली नर्मदा नदी के दक्षिण में रहे गोंड राज्य से लिया गया है.


➤ अरावली पर्वतमाला राजस्थान को दो भागों में विभाजित करती है.
➤ राजस्थान के भौगोलिक स्वरूप को ध्यान में रखने हुए इसे चार मुख्य भागों और इन मुख्य भागों को 11 उप मुख्य भागों में विभाजित किया जा सकता है-

1. पश्चिमी मरूस्थलीय प्रदेश
अ. बालूमय शुष्क मैदान
ब. लूनी बेसिन
स. आन्तिरक प्रवाह का मैदान
द. घग्घर का मैदान
2. अरावली पर्वतीय प्रदेश
अ. दक्षिण अरावली क्षेत्र
ब. मध्य अरावली क्षेत्र
स. उत्तरी अरावली क्षेत्र
3. पूर्वी मैदानी प्रदेश
अ. बनास-बाणगंगा बेसिन
ब. मध्य माही व छप्पन बेसिन
4. दक्षिणी पूर्वी पठार
अ. विन्ध्यन कगार
ब. दक्कन लावा पठार

➤ राजस्थान का पश्चिमी मरूस्थलीय प्रदेश अरावली पर्वतमाला के उत्तर-पश्चिम से लेकर पश्चित राजस्थान तक फैला हुआं है.
➤ यह प्रदेश रेगिस्तानी है और रेत से ढका हुआ है. इस क्षेत्र में राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़, झुन्झुनूं, सीकर, चूरू, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर और सिरोही जिले आते हैं.
➤ राजस्थान के मरूस्थल को थार का रेगिस्तान कहते हैं और इस रेगिस्तान में भौगोलिक आधार पर तीन तरह के बालू के टीले पाए जाते हैं. इन्हें स्थानीय भाषा में रेत के धोरे कहते हैं.
➤ हवा की वजह से समानान्तर बनने वाले टीले अनुदैध्र्य टीले कहलाते हैं.
➤ हवा से लम्बवत बनने वाले टीलों को अनुप्रस्थ टीले कहते हैं.

➤ हवा की वजह से बनने वाले अर्द्ध चंद्राकार टीले बरखान कहलाते हैं.

यह भी पढ़ें:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top