Rajasthan Economic Review Short Notes in Hindi – Current Affairs March 2020 (1-7March)

Rajasthan Economic Review Short Notes in Hindi

Current Affairs of March 2020 in hindi (1-7 March)

Rajasthan Economic Review Short Notes in Hindi

राजस्थान आर्थिक समीक्षा संक्षिप्त नोट्स

प्रचलित कीमतों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद में वृद्धि हुई है?
2019-20 के अग्रिम अनुमानों के अनुसार प्रचलित कीमतों पर राजस्थान सकल राज्य घरेलू उत्पाद 10,20,989 करोड़ रूपये है। इसमें 2018-19 की तुलना में  8.32 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। स्थित कीमतों पर यह वृद्धि 5.05 प्रतिषत है। 

राजस्थान में प्रति व्यक्ति आय है?
प्रचलित कीमतों पर वर्ष 2019-20 में राजस्थान की प्रति व्यक्ति आय 118159 रूपये सालाना है। इसमें 2018-19 की तुलना में 6.83 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। स्थिर कीमतों पर (आधार वर्ष 2011-12) प्रति व्यक्ति आय 81 हजार 355 रूपये है। जो 2018-19 की तुलना में 3.54 प्रतिशत अधिक है 

पशुगणना 2019 के अनुसार राजस्थान में देश का कितना प्रतिशत पशुधन है?
पशुगणना 2019 के अनुसार राजस्थान में कुल 567.76 लाख पशुधन है। यह देश के कुल पशुधन का 10.60 प्रतिशत है। गौवंश देश का 7.23 प्रतिशत, भैंस 12.47 प्रतिशत, बकरी 14 प्रतिशत, भेड़ 10.64 प्रतिशत और ऊंट 84.43 प्रतिशत हैं।
सकल मूल्यवर्धन में विभिन्न क्षेत्रों का प्रतिशत है?
राजस्थान के सकल राज्य मूल्यवर्धन में उद्योग का 27.81 प्रतिशत, कृषि का 25.56 प्रतिशत और सेवाओं का 46.63 प्रतिशत हिस्सेदारी है। राजस्थान में वर्ष 2015-16 से वर्ष 2018-19 तक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में वृद्धि सकारात्मक रही है। 

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की गणना के लिये राज्य मे स्थित केन्द्र है?
औद्योगिक श्रमिकों के लिये उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की गणना के लिये राजस्थान में जयपुर, अजमेर और भीलवाड़ा में तीन केन्द्र बनाये गये हैं। आधार वर्ष 2001 को 100 मानते हुये इस सूचकांक में 2019 के दौरान निरंतर वृद्धि हुई है। 


राजस्थान का कुल सिंचित क्षेत्रफल है?
राजस्थान में कुल 38.60 लाख हैक्टेयर सिंचित क्षेत्र है। प्रदेश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 2018-19 में 231.25 लाख मैट्रिक टन हुआ था और 2019-20 में 249.88  लाख मैट्रिक टन उत्पादन आकलित किया गया है।


राजस्थान में निवेश प्रोत्साहित करने के लिये बनाई गई एजेंसी है?
राजस्थान में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये निवेष प्रोत्साहन ब्यूरो बनाया गया है। यह ब्यूरो निवेश प्रस्तावों की सुविधाओं के लिये कार्य करने वाली इकाई है।


राजस्थान में औद्योगिक विकास के लिये बनाई गई कंपनी है?
राजस्थान में औद्योगिक विकास को गति देने के लिये राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं विनियोजन निगम लिमिटेड या रीको नाम की शीर्ष संस्था बनाई गई है। यह संस्था आधारभूत सुविधाओं के विकास के साथ-साथ वित्तीय सहायता भी उपलब्ध करवाती है।


प्रदेश में खनिज व्यापार का सार्वजनिक उपक्रम है?
राजस्थान राज्य खान एवं खनिज लिमिटेड राजस्थान सरकार का सार्वजनिक उपक्रम है जो राज्य के औद्योगिक खनिजों के खनन एवं व्यापार से जुड़ा हुआ है। आरएसएमएम ने सेल से हल्के सिलिका लाइम स्टोन आपूर्ति का अनुबंध किया है। 


प्रदेश में निर्यात वृद्धि है?
राजस्थान में वित्तीय वर्ष 2018-19 में कुल निर्यात 51178.41 करोड़ रूपये का रहा है जो 2017-18 की तुलना में 10.11 प्रतिषत अधिक है।


राजस्थान का देश के कच्चे तेल उत्पादन में योगदान है?
भारत में कच्चे तेल उत्पादन में राज्य का योगदान 22-23 प्रतिषत है। प्रतिवर्ष राजस्थान में 7.5 मिलियन टन कच्चे तेल का उत्पादन होता है। बाम्बे हाई जो कि लगभग 40 प्रतिशत योगदान देता है, देष का सबसे बड़ा कच्चा तेल उत्पादक है। राजस्थान का इसके बाद दूसरा स्थान है।


राजस्थान का पैट्रोलियम उत्पादन क्षेत्र कितने जिलों तक फैला हुआ है?
प्रदेष का पैट्रोलियम उत्पादन क्षेत्र का विस्तार 14 जिलों में है। राज्य के पेट्रोलीफेरस बेसिन के तहत इन 14 जिलों जैसलमेर, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, बीकानेर, नागौर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, कोटा, झालावाड़, बारां बूंदी और भीलवाड़ा में करीब 1.5 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्र आता है।


तेल और गैस की खोज के लिये आवंटित दो नये ब्लाॅक हैं?
राजस्थान में पैट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा तेल और गैस की खोज के लिये ओपन एकरेज लाइसेंसिंग नीति के तरह 2 नये ब्लाॅक जैसलमेर बेसिन और बीकानेर-नागौर बेसिन में आवंटित किये गये हैं।


राजस्थान में सौर ऊर्जा की क्षमता आंकलित की गई है?
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार के आंकलन के अनुसार राजस्थान में सौर ऊर्जा से 142 गीगावाट तक विद्युत उत्पादन की क्षमता विद्यमान है। दिसम्बर 2019 तक राज्य में 4637 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित हो चुकी है। 


राजस्थान में पवन ऊर्जा की क्षमता आंकलित की गई है?
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ विण्ड एनर्जी द्वारा किये गये अध्ययन के अनुसार राजस्थान में 120 मीटर की हब ऊंचाई पर पवन ऊंचाई पर पवन ऊर्जा की अनुमानित क्षमता लगभग 1,27,750 मेगावाट है। दिसम्बर, 2019 तक कुल 4310.5 मेगावाट क्षमता की पवन ऊर्जा इकाइयां स्थापित हो चुकी हैं।


राजस्थान में सर्वाधिक शहरी आबादी वाला जिला है?
राजस्थान में कोटा शहरी आबादी के मामले में 60.31 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है। इसके बाद जयपुर, अजमेर, जोधपुर ओर बीकानेर सर्वाधिक शहरी आबादी वाले जिले हैं। सबसे कम शहरी आबादी वाला जिला डूंगरपुर है। यहां शहरी आबादी का प्रतिश 6.39 है।


‘एक नम्बर, एक कार्ड, एक पहचान’ किस योजना का उद्देश्य है?
राजस्थान जन आधार योजना का उद्देष्य है- एक नम्बर, एक कार्ड, एक पहचान। इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये राजस्थान जन आधार प्राधिकरण का गठन किया जा रहा है। यह योजना 18 दिसम्बर, 2019 से प्रभावी हो चुकी है।


सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) क्या हैं?
सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल्स या एसडीजी 17 वैश्विक लक्ष्यों का एक संग्रह है, जिन्हें कई राष्ट्रों और नागरिक संगठनों के सााि गहमन परामर्ष के बाद तैयार किया गया है। एसडीजी संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी 193 सदस्य देशों की सहमति प्राप्त सबसे महत्वकांक्षी एजेण्डा है।


सतत् विकास सूचकांक में राजस्थान में शीर्ष जिले हैं?
एसडीजी को ध्यान में रखकर नीति आयोग ने सतत् विकास सूचकांक तैयार किया है जिसमें 12 गोल्स के 31 संकेतकों के आधार पर जिले की प्रगति को आंका जाता है। इस सूचकांक में झुंझुनूं और जयपुर शीर्ष दो स्थानों पर और बारां तथा जैसलमेर निचले दो स्थानों पर हैं।


राजस्थान में स्थापित बायोफ्यूल संयंत्र है?

राजस्थान के जयपुर, भीलवाड़ा एवं सिरोही जिलो में कुल पांच बायोफ्यूल संयत्र स्थापित किये गये हैं, जिनसे राज्य में प्रतिदिन एक लाख लीटर बायोडीजल का उत्पादन किया जा रहा है।

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