आरएएस परीक्षा की तैयारी में रखें इन बातों का ख्याल
आरएएस परीक्षा के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया जाता है. संभवत इस साल भी 3 माह के भीतर प्रारंभिक परीक्षा आयोजित कर ली जाएगी. ऐसे में तैयारी के लिए समय कम मिलने वाला है. इसलिए इस समय में हार्ड वर्क के साथ ही स्मार्ट स्ट्रेटजी की भी जरूरत है. आरएएस परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले rasnotes.com की टिप्स को पढ़ लेना अच्छा होगा.
इस बार रहेगा घटना प्रधान सामयिकी पर जोर
पिछली बार के प्रश्न पत्र को ध्यान से देखने पर पता चलता है कि सामयिक प्रश्नों पर इस बार भी ज्यादा जोर होगा. घटना प्रधान विषयों को भी पढ़ लेना बेहतर होगा. जैसे राजस्थान में रिफाइनरी का कार्य शुभारंभ समारोह कब हुआ. ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का आयोजन जयपुर में कब से कब तक हुआ. साथ ही राजस्थान की प्रशासनिक और संस्थानिक उपलब्धियों को भी निगाह में रखना होगा. इन विषयों को ध्यान में रखकर एक कैप्सूल तैयार कर रहा है जो जल्द ही वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दिया जाएगा. उससे आसानी से आप इन घटनाओं और उपलब्धियों को एक ही स्थान पर प्राप्त कर सकेंगे।
गणित और रिजनिंग के प्रश्नों को गंभीरता से करें तैयार
इस बार जो दूसरा विषय प्रमुख रहने की संभावना है, वह गणित और रिजनिंग है क्योंकि इसे नया ही इंट्रोड्यूस किया गया है. इस बार इन टाॅपिक्स से भी अच्छे खासे प्रश्नों की संख्या हो सकती है. सिलेबस में इनके बिंदुओं पर फोकस रखें. हम भी इसकी सीरीज शुरू करने जा रहे है जो आने वाले सप्ताह से शुरू हो जाएगी. उन प्रश्नों का अभ्यास करना न भूले.
इतिहास और भूगोल को बनाए मजबूत
इतिहास और भूगोल हमेशा से इस परीक्षा का परिणाम निर्धारित करने वाले विषय रहे हैं. हमारा सुझाव है कि मोटी-मोटी किताबों को पढ़ने की जगह सूचीयों और सवालों पर ध्यान केन्द्रित करें और विस्तार से पढ़ने की बजाया स्मार्ट स्टडी से इन विषयों की तैयारी करें तो बेहतर रहेगा.
बार-बार करें अभ्यास
अक्सर यह देखने में आया है कि आप एक टाॅपिक तैयार करते हैं और उसे परीक्षा से पहले के लिए छोड़ देते हैं. तैयारी का यह तरीका ठीक नहीं है. कोई भी टाॅपिक पूरी तरह कभी तैयार नहीं होता है इसलिए एक ही टाॅपिक पर ज्यादा समय न गंवाएं. उसकी आउटलाइन बनाए और उसी आधार पर उससे संबंधित प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें. हो सकते पिछले वर्षों के विषयवार प्रश्नों की बुकलेट खरीद ले और समय-समय पर हल करें। हमारा भी प्रयास रहेगा कि आपको विषयवार प्रश्न और उसके विस्तृत उत्तर उपलब्ध करवाते रहें।
कैसे करें पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का विश्लेषण
अक्सर होता यह है कि अभ्यर्थी किसी वेबसाइट या किताब में प्रश्नपत्र का का विश्लेषण पढ़ते हैं और उसी को आधार बना कर अपनी स्ट्रेटजी बनाते हैं लेकिन हमारी सलाह है कि दूसरों के विश्लेषण की जगह आप सभी प्रश्न पत्रों का विश्लेषण खुद करें। इसके दो फायदे होंगे, पहला फायदा होगा कि आपको विश्लेषण से यह भी पता चल जाएगा कि कौनसे विषय से कितने प्रश्न पूछे गए और साथ ही इसका अनुमान भी लग जाएगा कि प्रश्न किस तरह से पूछे जाते हैं। यहां आपको पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र और उनके उत्तर के लिंक उपलब्ध करवाए जा रहे हैं जिन्हें आप पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं।
सिलेबस का करें गहन अध्ययन
किसी भी परीक्षा का सिलेबस दरअसल आपका सबसे बड़ा मार्गदर्शक होता है. अक्सर अभ्यर्थी सब कुछ याद कर लेने की चुनौती के साथ परीक्षा की तैयारी करना शुरू करते हैं और मोटी-मोटी किताबों के हजारो आंकड़ों और तथ्यों के साथ अपना समय और ऊर्जा दोनों व्यय करते हैं. इसकी जरूरत नहीं है. आपको सबसे पहले परीक्षा का सिलेबस कवर करना होता है, इसके बाद किसी और चीज पर समय लगाएं. यहा आपको परीक्षा का सिलेबस मुहैया करवाया जा रहा है.