Objective Question test series for RPSC Exams

1. आंगनबाड़ी कार्यक्रम किस क्षेत्र से सम्बन्धित है?

अ. शिक्षा
ब. स्वास्थ्य
स. परिवार कल्याण
द. रोजगार

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:अ. शिक्षा
व्याख्या:आंगनबाड़ी बच्चों का पोषण, स्वास्थ्य और स्कूल से पहले की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक सामुदायिक कार्यक्रम है। आज के समय में इसके अंतर्गत वो गॉंव और झुग्गी झोपड़ियों की बस्तियॉं आती हैं जो सामाजिक और आर्थिक स्तर पर पिछड़े हुए हैं। इसके अंतर्गत 6 साल से कम के बच्चों को शामिल किया जाता है।

2.राजस्थान में पंचायती राज व्यवस्था सबसे पहले राजस्थान के किस जिले में लागू की गई?

अ.बीकानेर
ब.नागौर
स.जयपुर
द.कोटा

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:ब.नागौर
व्याख्या:1953 में, राजस्थान पंचायत अधिनियम अधिनियमित किया गया था और ग्राम पंचायतों को पूरे राज्य में स्थापित किया गया था। राजस्थान में लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की योजना को स्वीकार करने में एक अग्रणी राज्य होने का गौरव प्राप्त है, जिसमें गांव, ब्लॉक और जिला स्तरों पर एक प्रतिनिधि मंडल की तीन-स्तरीय व्यवस्था की गई है। यही प्रणाली को पंचायती राज के रूप में सामने आई, जिसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा 2 अक्टूबर 1959 को राजस्थान में नागौर में किया गया। राजस्थान पंचायत समिति और जिला परिषद अधिनियम, 1959 के तहत पहले चुनाव सितंबर-अक्टूबर 1959 में हुए थे।

3.पटवों की हवेली कहां स्थित है?

अ.कोटा
ब.बूंदी
स.झुंझूनुं
द.जैसलमेर

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:द.जैसलमेर
व्याख्या:पटवों की हवेली पटवा परिसर के पास स्थित है और जैसलमेर की पहली हवेली है। पूरे परिसर में पाँच हवेलियों है जिन्हें गुमन चंद पटवा द्वारा 1805 ई0 में अपने पांच बेटों के लिए बनवाया गया था। इस पीले बलुआ पत्थर की इमारत के निर्माण में 50 साल लग गए। वर्तमान में, यहाँ भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण का कार्यालय और राज्य कला और शिल्प विभाग स्थित हैं।

4.’सागड़ी प्रथा’ का दूसरा नाम है?

अ.दहेज प्रथा
ब.बेगार
स.पुनर्विवाह
द.बन्धुआ मजदूरी

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:द.बन्धुआ मजदूरी
व्याख्या:महाजन द्वारा उधार दी गई राशि के बदले या ब्याज की राशि के बदले व्यक्ति या उसके परिवार के किसी सदस्य को अपने यहाॅं घरेलू नौकर के रूप मे रख लेना सागड़ी प्रथा कही जाती थी।

5.’मौसर’का अर्थ है?

अ.मौसी का बेटा
ब.मृत्युभोज
स.जन्म पर गाए जाना वाला गीत
द.प्रेम विवाह

उत्तर एवं व्याख्या


उत्तर:ब.मृत्युभोज
व्याख्या: राजस्थान में मृत्यु के बाद आयोजित किए जाने वाले भोज को मौसर कहा जाता है जो हरेक जाति में अलग रस्मों के साथ अदा किया जाता है। वैसे इस भोज को अब सामाजिक रूप से नकारा जाने लगा है और कई समुदायों ने इसे वर्जित कर दिया है।

6.’निम्बार्क सम्प्रदाय’ की प्रमुख पीठ कहां स्थित है?

अ.सलेमाबाद
ब.अजमेर
स.निम्बार्कपुरम
द.करौली

उत्तर एवं व्याख्या


उत्तर:अ.सलेमाबाद
व्याख्या:’निम्बार्क’ का अर्थ है- नीम पर सूर्य। मथुरा में स्थित ध्रुव टीले पर निम्बार्क संप्रदाय का प्राचीन मन्दिर बताया जाता है। इस संप्रदाय के संस्थापक भास्कराचार्य एक संन्यासी थे। इस संप्रदाय का सिद्धान्त ‘द्वैताद्वैतवाद’ कहलाता है। इसी को ‘भेदाभेदवाद’ भी कहा जाता है। भेदाभेद सिद्धान्त के आचार्यों में औधुलोमि, आश्मरथ्य, भतृ प्रपंच, भास्कर और यादव के नाम आते हैं। इस प्राचीन सिद्धान्त को ‘द्वैताद्वैत’ के नाम से पुन: स्थापित करने का श्रेय निम्बार्काचार्य को जाता है। उन्होंने ‘वेदान्त पारिजात-सौरभ’, वेदान्त-कामधेनु, रहस्य षोडसी, प्रपन्न कल्पवल्ली और कृष्ण स्तोत्र नामक ग्रंथों की रचना भी की थी। वेदान्त पारिजात सौरभ ब्रह्मसूत्र पर निम्बार्काचार्य द्वारा लिखी गई टीका है। इसमें वेदान्त सूत्रों की सक्षिप्त व्याख्या द्वारा द्वैताद्वैतव सिद्धान्त का प्रतिपादन किया गया है। राजस्थान के सलेमाबाद में इस सम्प्रदाय की प्रमुख पीठ है।

7.’हुरड़ा’ किस रियासत में शामिल था?

अ.मारवाड़
ब.मत्स्य
स.मेवाड़
द.जांगल

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:स.मेवाड़
व्याख्या:हुरड़ा राजस्थान के मेवाड़ रियासत का हिस्सा था। इसे मराठों से लड़ने के लिए आयोजित किए गए हुरड़ा सम्मेलन के लिए याद किया जाता है। राजस्थान में मराठो के चौथ व सरदेश मुखी कर परेशान होकर जयपुर के सवाई जयसिंह ने राजस्थान के शासकों का आव्हान किया। सवाई जयसिंह ने हुरडा सम्मेलन 1734 ई में बुलाया। इस सम्मेलन में सभी रियासतों के शासक एकत्रित हुए। इसकी अघ्यक्षता मेवाड़ के शासक संग्राम सिंह द्वितीय द्वारा की जानी थी परन्तु सम्मेलन से पूर्व ही इनकी मृत्यु होने के कारण इस सम्मेलन की अध्यक्षता इनके पुत्र जगतसिंह द्वितीय ने की।

8.रावतभाटा बांध किस जिले में स्थित है?

अ.कोटा
ब.चित्तौडगढ़
स.बूंदी
द.उदयपुर

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:ब.चित्तौडगढ़
व्याख्या:राणा प्रताप सागर बाँध या रावतभाटा बांध राजस्थान में चूलिया जलप्रपात के पास बनाया गया है। इस बाँध की ऊँचाई 54 मीटर है। यह बाँध गाँधीसागर बाँध से 48 कि.मी. नीचे चूलिया प्रपात के निकट स्थित है। भैंसरोड़गढ़ के निकट ही चूलिया प्रपात है। राणा प्रताप सागर बाँध काफ़ी बड़ा है। अतः यह राजस्थान राज्य का सबसे अधिक क्षमता वाला व सबसे लम्बा (1100 मीटर) बाँध है। यहाँ पर 43 मेगावाट की चार विद्युत इकाइयाँ लगाई गयी हैंं।

9.राजस्थान का प्रथम केन्द्रीय विश्वविद्यालय किस जिले में स्थापित है?

अ.अजमेर
ब.बीकानेर
स.सवाई माधोपुर
द.कोटा

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:अ.अजमेर
व्याख्या: राजस्थान का पहला केन्द्रीय विश्वविद्यालय, अजमेर में स्थित है। यह संसद के एक अधिनियम “केन्द्रीय विश्वविद्यालय अधिनियम, 2009” के माध्यम से स्थापित किया गया है। राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय को एक नए केन्द्रीय विश्वविद्यालय के रूप में संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित किया गया था और यह पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है।

10.’भोराठ का पठार’ कौनसा क्षेत्र कहलाता है?

अ.कुम्भलगढ़ से गोगुन्दा के बीच का क्षेत्र
ब. कोटा से बूंदी के बीच का क्षेत्र
स.बांसवाड़ा से डुंगरपुर के बीच का क्षेत्र
द.बारां से कोटा के बीच का क्षेत्र

उत्तर एवं व्याख्या

उत्तर:अ.कुम्भलगढ़ से गोगुन्दा के बीच का क्षेत्र
व्याख्या:भौराट पठार पूर्वी सिरोही, उदयपुर के पूर्व में संकीर्ण पट्टी को छोड़कर लगभग संपूर्ण उदयपुर और डूंगरपूर जिलों में विस्तृत है। इस भाग की औसत ऊँचाई 1224 मीटर है। जरगा पर्वत यहां का सर्वाधिक ऊँचा शिखर है।

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