जूना (Juna)
यह स्थान बाड़मेर—मुनाबाव रेलमार्ग पर जसोई स्टेशन से करीब पांच किलोमीटर दूर है। बाड़मेर से यह स्थान लगभग 42 किलोमीटर दूर है। यहां पर 12वीं शताब्दी एवं 13वीं शताब्दी के शिलालेख एवं जैन मंदिर के स्तम्भ देखने को मिलते हैं। पहाड़ी पर एक प्राचीन किला विद्यमान है जिसकी परिधि करीब 15 किलोमीटर क्षेत्र में हैं। पहाड़ों की अटल चट्टानों के बीच टापू के रूप में यह स्थान है जिसके बीच में पीने के पानी का कुंआ भी है। इसे जूना बाड़मेर के नाम से भी पहचाना जाता है। यहां से ही बिखरे लोगो ने बाड़मेर का निर्माण किया था।