Economic Scenario of Rajasthan in hindi [Updated]

Economic Scenario of Rajasthan in hindi [Updated]


Economic Scenario of Rajasthan 

राजस्थान का आर्थिक परिदृश्य

राजस्थान की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि और पशुपालन रहा है लेकिन पिछले कुछ सालों में कृषि विकास की दर में गिरावट आई है और सेवा क्षेत्र ने तेजी से विकास किया है। 

राजस्थान की अर्थव्यवस्था इसके प्राकृतिक संसाधनों पर भी काफी हद तक निर्भर करती है। खनिज संसाधनों से परिपूर्ण होने के कारण राज्य की आय का एक बड़ा हिस्सा खनन क्षेत्र के माध्यम से आता है।

राजस्थान की कृषि अर्थव्यवस्था

➤ राज्य में खरीफ फसल उत्पादन मुख्यतः वर्षा पर निर्भर करता है। 

➤ राजस्थान का कुल क्षेत्रफल का लगभग 61 प्रतिशत भाग मरूस्थलीय या अर्द्ध मरूस्थलीय है और वर्षा पर निर्भर करता है। 

➤ राजस्थान का दक्षिणी-पूर्वी क्षेत्र जो कुल क्षेत्रफल का 39 प्रतिशत है, यह भाग उपजाऊ है। इस क्षेत्र की मिट्टी काली या बलुई दोमट है। 

➤ राजस्थान में खरीफ की फसले सामान्यतया 140 से 160 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बोई जाती है। इनमें से 60 से 65 प्रतिशत खाद्यान्न, 10 से 15 प्रतिशत तिलहन, 3 प्रतिशत तक कपास और गन्ना बोया जाता है। 

➤ खरीफ में मुख्यतः ज्वार, बाजरा, मक्का, मौठ, मूंग, उड़द, चवंला, तिल, मूंगफली, सोयाबीन, कपास एवं ग्वार की खेती की जाती है। 

➤ राजस्थान में खरीफ के तहत 90 प्रतिशत क्षेत्र में बारानी फसले बोई जाती है जो पूरी तरह वर्षा पर निर्भर करती है।

➤ राजस्थान में रबी फसलों की बुवाई सामान्यतया 70 से 95 लाख हैक्टयेर क्षेत्र में की जाती है। 

➤ रबी में मुख्य तौर पर गेहूं, जौ, चना, राई, सरसों, धनियां, जीरा और मैथी की बुवाई की जाती है। 

➤ राजस्थान में रबी दलहन फसले मुख्य रूप से बारानी क्षेत्र में बोई जाती है। 

राजस्थान की औद्योगिक अर्थव्यवस्था

➤ राजस्थान की अर्थव्यवस्था में उद्योगों की हिस्सेदारी 27.8 प्रतिशत है। राजस्थान में खनिज संसाधनों और उपलब्ध विस्तृत भूमि की वजह से उद्योगों का लगातार विकास हो रहा है। जल की कमी औद्योगिक विकास की दिशा में एक बाधक कारक है। 

➤ राजस्थान में भारत का दूसरा सबसे बड़ा हाईवे नेटवर्क है। साथ ही दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रियल काॅरिडोर का 60 प्रतिशत और डेडिकेटेड फ्रेट काॅरिडोर का 38 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान में ही स्थित है। 

➤ राजस्थान में 347 रिको इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किये गये हैं जो 48,399 एकड़ में फैले हुये हैं। 

➤ राजस्थान में 3 विशेष आर्थिक क्षेत्र, 8 इनलैण्ड कंटेनर डिपो और 1 एअर कार्गो काॅम्पलेक्स स्थित है। 

➤ राजस्थान के एमएसएमई सेक्टर में 26 लाख से ज्यादा यूनिट कार्य कर रहे है, जिनमें 46.33 लाख लोगों को रोजगार मिला हुआ है। 

➤ राजस्थान में कुल आईटीआई के मामले में देश में दूसरा स्थान है। राजस्थान में 1909 आईटीआई में 3 लाख 26 हजार 206 सीट उपलब्ध हैं। 

Download Rajasthan Industrial Development Policy 2019

राजस्थान के प्राकृतिक संसाधन

➤ राजस्थान में वर्तमान में 79 प्रकार के खनिज निकाले जाते हैं। जिसमें से 57 प्रकार के खनिजों का उत्खनन वाणिज्यिक स्तर पर किया जाता है। 

➤ राजस्थान को लैड, जिंक, जिप्सम, सोपस्टोन, बाॅल क्ले, केल्साइट, राॅक फास्फेट, फेल्सपार, तांबा, जास्पर, गारनेट, वाॅल्स्टेंटाइन में एकाधिकार प्राप्त है। 

➤ राजस्थान में लिग्नाइट, क्रूड आयल और गैस के भी प्रचूर भंडार हैं। 

➤ मार्बल, सैंड स्टोन और सजावटी पत्थरों का उत्खनन भी राजस्थान में बड़े पैमाने पर किया जाता है। 

राजस्थान में पर्यटन अर्थव्यवस्था

➤ राजस्थान अपने ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटन की वजह से दुनिया भर के पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता है। 

➤ राजस्थान सरकार ने प्रदेष में 1989 में पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया। 2001 में राजीव गांधी टूरिज्म डवलपमेंट मिशन राज्य सरकार ने शुरू किया।

➤ राजस्थानी की पहली पर्यटन नीति 2001 में बनाई गई। 

➤ राजस्थान में समय के साथ पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई और 2001 में 84 लाख पर्यटकों का आंकड़ा बढ़कर 2019 में 5 करोड़ 22 लाख तक पहुंच गया। 

राजस्थान टूरिज्म पॉलिसी 2019 का प्रस्तावित ड्राफ्ट

काम के नोट्स:

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