अर्थूना के प्राचीन भग्नावेश मंदिर
अर्थूना, बांसवाड़ा के दक्षिण पश्चिम में 55 किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन कस्बा है। यह बांसवाड़ा के गलियाकोट सड़क मार्ग पर स्थित है, पास ही में अमरावती नगरी के भग्नावेश ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। प्राचीन ग्रन्थों में इसका नाम उत्थूनक मिलता है। शिल्पकला की दृष्टि से आबू के मंदिरों की कला में और यहां के मंदिरों की कला में बहुत अधिक साम्य है। अर्थूना ग्राम की अनेक टेकरियों की खुदाई में मंदिर मिले हैं। पुरातात्विक दृष्टि से इसकी रक्षा हेतु पुरातत्व विभाग सक्रिय है। खुदाई से प्राप्त अनेक शिव, वैष्णव व जैन मंदिरों की टूटी मूर्तियों का संग्रहालय हनुमानगढ़ी के पास बनाया गया है। इन संग्रहीत मूर्तियों की स्थापत्य कला बेजोड़ है। इस क्षेत्र के खेतों में हल के साथ ईंटे बाहर निकल आती है जिनसे पता चलता है कि यहां धरती के भीतर अनेक मंदिर व प्रासाद दबे पड़े हैं।