त्रिपुरा सुन्दरी (Tripura Sundari)
तलवाड़ा ग्राम से 5 किलोमीटर दूर स्थित भव्य प्राचीन त्रिपुरा सुन्दरी (Tripura sundari) मंदिर है जिसमें सिंह पर सवार भगवती अष्टादश भुजा की मूर्ति है। मूर्ति की अष्टादश भुजाओं में अठारह प्रकार के आयुध हैं। पैरों के नीचे प्राचीनकालीन कोई यंत्र बना हुआ है। इसे श्रद्धालु त्रिपुरा सुन्दरी (Tripura sundari) तरतई माता एवं त्रिपुरा महालक्ष्मी के नाम से भी सम्बोधित करते हैं। इस मंदिर की गिनती प्राचीन शक्तिपीठ में होती है। त्रिपुरा सुन्दरी के इस मंदिर की स्थापना कब हुई है, इसका अधिकृत उल्लेख तो नहीं मिलता परन्तु मंदिर में भगवती के उत्तर विभाग में सम्राट कनिष्क के समय का एक शिवलिंग आज भी विद्यमान है। ऐसे शिवलिंग नीलकंठ महादेव के मंदिर (विट्ठलदेव) तथा अन्य शिव मंदिरों में भी विद्यमान हैं। अत: इससे पता चलता है कि त्रिपुरा सुन्दरी का यह शक्तिपीठ सम्राट कनिष्क के पूर्व में बना हुआ होगा। मंदिर में खण्डित मूर्तियों का संग्रहालय भी बना हुआ है, जिनकी शिल्पकला अद्वितीय है। प्रतिवर्ष नवरात्र में यहां भारी मेला लगता है।