छींच का ब्रह्मा मंदिर
बारहवीं शताब्दी मे छींच ग्राम में बना ब्रह्मा जी का मंदिर राज्य के बेहतरीन मंदिरों में से एक है। ब्रह्माजी की इतनी विशाल मूर्ति वाला मंदिर आस—पास और कहीं नहीं है। मंदिर का सभा मंडप बड़ा विशाल है। खम्भों पर खुदाई देखते ही बनती है। छह फुट उंची सुन्दर चार मुखों वाली मूर्ति की स्थापना सिसोदिया वंश के महारावल जगमाल ने की थी। मंदिर की मरम्मत 1495 में कल्ला के बेटे देवदत्त ने करवाई थी। मंदिर के बाहर संगमरमर के 6 पत्थरों पर नवग्रहों की मूर्तियां बड़ी सुन्दरता से खुदी हुई हैं। मंदिर से सटा हुआ एक तालाब जिस पर एक घाट बना हुआ है ब्रह्माजी का घाट कहलाता है।