historical monuments of rajasthan

Historical Places of Barmer: Fort Sivana

सिवाना दुर्ग (Fort Sivana) सिवाना का किला इतिहास प्रसिद्ध रहा है। यह किला सिवाना तहसील एवं पंचायत ​समिति मुख्यालय पर ही एक उंची पहाड़ी पर बना हुआ है। इसका निर्माण पंवार राजा भोज के पुत्र श्री वीरनारायण ने करवाया था। अलाउद्दीन खिलजी, राव मल्लीनाथ, तेजपाल, राव मालदेव, राव चंद्रसेन, अकबर, कल्ला रायमलात, मोटाराजा, उदयसिंह महाराज, […]

Historical Places of Barmer: Fort Sivana Read More »

Historical Places of Barmer: Fort Kotra

कोटड़ा का किला (Fort Kotra) रेगिस्तानी अंचल में से एक छोटी सी भाखरी पर जैसलमेर के किले के आकार का यह किला बाड़मेर के शिव तहसील के कोटड़ा (Kotra) गांव में बना हुआ है। यह भी कभी जैन सम्प्रदाय की विशाल नगरी थी। बाड़मेर (Barmer) से करीब 65 किलोमीटर दूर सड़क मार्ग से यह स्थान

Historical Places of Barmer: Fort Kotra Read More »

Historical Places of Barmer: Nakoda

नाकोड़ा (Nakoda) जोधपुर—बाड़मेर में मध्यवर्ती बालोतरा जंक्शन से लगभग नौ किलोमीटर दूर पश्चिम दिशा में जैन सम्प्रदाय का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान नाकोड़ा (Nakoda) है जिसे मेवानगर के नाम से भी जाना जाता है। यहां प्रति वर्ष पौष बदी दशमी को श्री पार्श्वनाथ के जन्मोत्सव पर विशाल मेला लगता है। स्थापत्य कला की दृष्टि से यहां

Historical Places of Barmer: Nakoda Read More »

Historical Places of Barmer: Juna Fort and Temple

जूना (Juna) यह स्थान बाड़मेर—मुनाबाव रेलमार्ग पर जसोई स्टेशन से करीब पांच किलोमीटर दूर है। बाड़मेर से यह स्थान लगभग 42 किलोमीटर दूर है। यहां पर 12वीं शताब्दी एवं 13वीं शताब्दी के शिलालेख एवं जैन मंदिर के स्तम्भ देखने को मिलते हैं। पहाड़ी पर एक प्राचीन किला विद्यमान है जिसकी परिधि करीब 15 किलोमीटर क्षेत्र

Historical Places of Barmer: Juna Fort and Temple Read More »

Historical Places of Barmer: Kiradoo

किराडू (Kiradoo) बाड़मेर (Barmer) के उत्तर—पश्चिम में लगभग 33 किलोमीटर दूर बाड़मेर मुनाबाव रेल लाइन के खड़ीन स्टेशन से उत्तर दिशा में हाथमा गांव के समीप यह ऐतिहासिक स्थान है। यहां पांच मंदिर विद्यमान हैं। शिल्प कलाकृतियों का यह एक प्रमुख केन्द्र है। मंदिर के खम्भों में यहां 1161 ईसवी काल का शिला लेख मौजूद

Historical Places of Barmer: Kiradoo Read More »

Historical Places of Banswara: Ancient temples of Talwara

तलवाड़ा के प्राचीन मंदिर बांसवाड़ा के लगभग 15 किलोमीटर पश्चिम में बांसवाड़ा ग्राम के बाहर 11वीं शताब्दी के आसपास का बना हुआ जीर्ण—शीर्ण सूर्य मंदिर है, जिसमें सूर्य की मूर्ति एक कोने में रखी हुई है और बाहर के चबूतरे पर सूर्य के रथ का एक चक्र टूटा हुआ पड़ा है। उसके निकट श्वेत पत्थर

Historical Places of Banswara: Ancient temples of Talwara Read More »

Historical Places of Banswars: Ancient Temples of Arthuna

अ​​र्थूना के प्राचीन भग्नावेश मंदिर अ​र्थूना, बांसवाड़ा के दक्षिण पश्चिम में 55 किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन कस्बा है। यह बांसवाड़ा के गलियाकोट सड़क मार्ग पर स्थित है, पास ही में अमरावती नगरी के भग्नावेश ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। प्राचीन ग्रन्थों में इसका नाम उत्थूनक मिलता है। शिल्पकला की दृष्टि से

Historical Places of Banswars: Ancient Temples of Arthuna Read More »

Historical Places of Banswara: Tripura Sundari Temple

त्रिपुरा सुन्दरी (Tripura Sundari) तलवाड़ा ग्राम से 5 किलोमीटर दूर स्थित भव्य प्राचीन त्रिपुरा सुन्दरी (Tripura sundari) मंदिर है​ जिसमें सिंह पर सवार भगवती अष्टादश भुजा की मूर्ति है। मूर्ति की अष्टादश भुजाओं में अठारह प्रकार के आयुध हैं। पैरों के नीचे प्राचीनकालीन कोई यंत्र बना हुआ है। इसे श्रद्धालु त्रिपुरा सुन्दरी (Tripura sundari) तरतई

Historical Places of Banswara: Tripura Sundari Temple Read More »

Historical Places of Banswara: Jain Mandir, Kalinjara

कलिंजरा का जैन मंदिर बांसवाड़ा से 30 किलोमीटर दूर दक्षिण—पश्चिम में स्थित हिरन नदी के तट पर बसे कलिंजरा ग्राम के जैन मंदिर प्रसिद्ध है। यहां पर एक बड़ा शिखरबंद पूर्वाभिमुख जैन मंदिर है। इसके दोनो पार्श्वों में और पीछे एक—एक शिखरबंद मंदिर बना हुआ है और चारों तरफ देव कुलिकाएं हैं। यह मंदिर दिगम्बर

Historical Places of Banswara: Jain Mandir, Kalinjara Read More »

Historical Places of Banswara: Cheench Brahma Temple

छींच का ब्रह्मा मंदिर बारहवीं शताब्दी मे छींच ग्राम में बना ब्रह्मा जी का मंदिर राज्य के बेहतरीन मंदिरों में से एक है। ब्रह्माजी की इतनी विशाल मूर्ति वाला मंदिर आस—पास और कहीं नहीं है। मंदिर का सभा मंडप बड़ा विशाल है। खम्भों पर खुदाई देखते ही बनती है। छह फुट उंची सुन्दर चार मुखों

Historical Places of Banswara: Cheench Brahma Temple Read More »

Scroll to Top