राजस्थान का भूगोल भाग—4
राजस्थान का भूगोल- अरावली पर्वतमाला
➤ अरावली पर्वतमाला दुनिया की सबसे प्राचीन पर्वतमाला है जिसने राजस्थान के 9.3 प्रतिशत क्षेत्रफल को घेर रखा है.
➤ यह पर्वतमाला दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व दिशा में कुल 692 किलोमीटर की लंबाई में फैली हुई है.
➤ जिसमें से इसका 550 किलोमीटर का हिस्सा राजस्थान में आता है। राजस्थान में यह पर्वतमाला गुजरात सीमा पर खेड़ब्रह्मा से शुरू होकर खेतड़ी तक जाती है.
➤ सिरोही से खेतड़ी तक तो यह पर्वतमाला एकदम स्पष्ट और लगातार है लेकिन खेतड़ी के आगे दिल्ली तक छोटी-छोटी पहाड़ियों के रूप में पाई जाती है.
➤ राजस्थान के 9 जिलों में अरावली का विस्तार है. सिरोही, उदयपुर, राजसमंद, अजमेर, जयपुर, दौसा, अलवर और झुन्झुनूं में अरावली पर्वतमाला पाई जाती है.
➤ अरावली पवर्तमाला की औसत ऊंचाई 930 मीटर है. भौगोलिक आधार पर अरावली को तीन भागों में बांटा गया है-
अ.
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दक्षिण अरावली क्षेत्र (आबू से अजमेर तक)
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ब.
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मध्य अरावली क्षेत्र (अजमेर से जयपुर तक)
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स.
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उत्तरी अरावली क्षेत्र (जयपुर से खेतड़ी तक)
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➤ दक्षिणी अरावली क्षेत्र में सिरोही, उदयपुर और राजमसमन्द जिले आते हैं।
➤ इस क्षेत्र में अरावली की श्रेणियां अधिक विषम परिस्थितियों वाली और सर्वाधिक ऊंची हैं।
➤ राजस्थान की सबसे ऊंची चोटी गुरूशिखर (1727 मीटर) इसी क्षेत्र में स्थित है।
➤ इसके अलावा अचलगढ़ (1380 मीटर), देलवाड़ा (1442 मीटर) और कुम्भलगढ़ (1224 मीटर) जैसी ऊंची चोटियां भी इसी क्षेत्र में पाई जाती है.
➤ उदयपुर-राजसमन्द क्षेत्र की सबसे ऊंची चोटी जरगा (1431 मीटर) भी अरावली के इसी भाग का हिस्सा है.
➤ उदयपुर में कुम्भलगढ़ और गोगुन्दा के बीच पठार भोराठ का पठार कहलाता है.
➤ राजस्थान में पूर्व दिशा में बहने वाली नदियों का उद्गम स्थल यही भोराठ का पठार है.
➤ मध्य अरावली अजमेर और जयपुर के बीच फैली हुई है।
➤ यहां अरावली अपने दक्षिणी क्षेत्र की तुलना में कम ऊंची, संकीर्ण और एकान्तर क्रम में पाई जाती हैं।
➤ इस क्षेत्र की सबसे उल्लेखनीय चोटी तारागढ़ (885 मीटर) है.
➤ पश्चिमी राजस्थान की मुख्य नदी लूनी का उद्गम क्षेत्र यहां स्थित नाग पहाड़ है.
➤ उत्तरी अरावली का विस्तार जयपुर, दौसा, अलवर, सीकर और झुन्झुनूं जिलों में है।
➤ यहां आते-आते पहाड़ियों का क्रम टूट जाता है और वे छितराई हुई दिखाई देती है।
➤ ऐसी पहाड़िया शेखावाटी, तोरावाटी, जयपुर और अलवर में प्रमुखता से पाई जाती है.
➤ इस क्षेत्र की पहाड़ियों की ऊंचाई सबसे कम होती है और सीकर जिले का रघुनाथ गढ़ (1055 मीटर), अलवर जिले का भैरांच (792 मीटर) और जयपुर जिले का खो (920 मीटर) इस क्षेत्र की प्रमुख चोटियां है.
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